
लखनऊ:भारत की शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला युगल जोड़ी त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने लखनऊ में आयोजित सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300टूर्नामेंट का खिताब जीतकर अपनी बादशाहत कायम रखी है। रविवार को खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में इस भारतीय जोड़ी ने दुनिया की 35वें नंबर की जापानी जोड़ी काहो ओसावा और माई तानाबे को तीन गेम के कड़े संघर्ष में हराया।
मुकाबला एक घंटे 16 मिनट तक चला, जिसमें भारतीय जोड़ी ने पहला गेम 17-21 से गंवा दिया था। लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए अगले दो गेम 21-13 और 21-15 से जीतकर लगातार दूसरी बार इस खिताब पर कब्ज़ा कर लिया।
गायत्री की चोट से वापसी के बाद बड़ी उपलब्धि
यह जीत त्रीसा और गायत्री के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि गायत्री गोपीचंद ने कंधे की चोट के कारण लगभग पांच महीने का ब्रेक लिया था। चोट से उबरने के बाद यह जोड़ी सिर्फ अपना दूसरा टूर्नामेंट खेल रही थी। इतने लंबे ब्रेक के बावजूद, अपनी लय को तुरंत हासिल करना और डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर खिताब बरकरार रखना उनकी फिटनेस और मानसिक मजबूती को दर्शाता है।
पहले गेम में 49 शॉट की लंबी रैली से मुकाबले की शुरुआत हुई। ओसावा और तानाबे ने ब्रेक तक बढ़त बनाए रखी और स्मैश मारकर पहला गेम अपने नाम किया। लेकिन दूसरे गेम से भारतीय जोड़ी ने अपनी आक्रामकता बढ़ाई। त्रीसा के तेज स्मैश और गायत्री के फुर्तीले रिटर्न से उन्होंने 9-2 की बड़ी बढ़त बनाई और दूसरा गेम आसानी से 21-13 से जीतकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में भारतीय जोड़ी ने 7-4 की बढ़त के साथ शुरुआत की। जापानी जोड़ी ने वापसी की कोशिश की, लेकिन त्रीसा के शानदार नेट शॉट्स और गायत्री की सटीकता के सामने वे टिक नहीं पाए। भारतीय जोड़ी ने 20-14 की बढ़त बनाकर छह मैच प्वाइंट हासिल किए और अंततः खिताब जीतकर देश को एक और बड़ी सफलता दिलाई। यह जीत इस जोड़ी को आगामी बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों और ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिए महत्वपूर्ण अंक अर्जित करने में मदद करेगी।





