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Baster Olympic: खेल महाकुंभ का आगाज, बस्तर के कोने-कोने से निकलेंगे चैंपियन

रायपुर: ​छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में खेलों के प्रति युवाओं के उत्साह को एक नई दिशा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। वरिष्ठ खेल अधिकारियों ने घोषणा की है कि जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक का भव्य शुभारंभ 12 नवंबर 2025 को होगा। यह खेल महोत्सव 15 नवंबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य क्षेत्र की युवा खेल प्रतिभाओं को निखारना और उन्हें राष्ट्रीय मंचों पर अपनी क्षमता साबित करने का मौका देना है।

भव्य उद्घाटन और प्रमुख खेल स्पर्धाएं
​ओलंपिक का उद्घाटन 12 नवंबर को सुबह 11 बजे खेलो इंडिया तीरंदाजी प्रशिक्षण केन्द्र, बड़ेकनेरा रोड में किया जाएगा। यह केंद्र खुद ही बस्तर में खेलों को बढ़ावा देने का प्रतीक है। इस चार दिवसीय आयोजन में कुल 10 प्रमुख खेल स्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें शामिल हैं:
​तीरंदाजी (Archery)
​एथलेटिक्स (Athletics)
​कराते (Karate)
​वेटलिफ्टिंग (Weightlifting)
​खो-खो (Kho-Kho)
​रस्साकस्सी (Tug of War)
​वॉलीबॉल (Volleyball)
​कबड्डी (Kabaddi)
​बैडमिंटन (Badminton)
​फुटबॉल (Football)

चारों दिन का विस्तृत कार्यक्रम: कौन, कब और कहां
– पहला दिन (12 नवंबर): बालिका शक्ति का प्रदर्शन
​वर्ग: 14 से 17 वर्ष आयु की बालिकाएं।
​मुख्य आकर्षण: तीरंदाजी (खेलो इंडिया सेंटर, कनेरा रोड), एथलेटिक्स (न्यू स्टेडियम, नगरपालिका कोण्डागांव) और कबड्डी/वॉलीबॉल (खेल परिसर बडेकनेरा रोड)।

– दूसरा दिन (13 नवंबर): वरिष्ठ महिला वर्ग की चुनौतियां
​वर्ग: 17 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं।
​मुख्य आकर्षण: इस दिन रस्साकस्सी और तीरंदाजी खेलो इंडिया सेंटर में होंगे, जबकि ताकत के खेल कराते और वेटलिफ्टिंग जूडो हॉल (ऑडिटोरियम के पीछे) में आयोजित किए जाएंगे।

– तीसरा और चौथा दिन (14-15 नवंबर): पुरुष वर्ग का जोर
​14 नवंबर: 17 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष वर्ग के लिए सभी प्रतियोगिताएं। इसमें फुटबॉल और एथलेटिक्स जैसे लोकप्रिय खेलों में कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
​15 नवंबर: 14 से 17 आयु वर्ग के बालक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस दिन भी कराते और वेटलिफ्टिंग के मुकाबले जूडो हॉल में होंगे।

यह आयोजन बस्तर के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे न सिर्फ अपनी शारीरिक क्षमता दिखा सकते हैं, बल्कि भविष्य में राज्य और राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट के लिए अपनी दावेदारी भी मजबूत कर सकते हैं। स्थानीय खेल विभाग को उम्मीद है कि यह ओलंपिक बस्तर में खेलों के प्रति एक नई क्रांति लाएगा।

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