Bastar Olympics 2025: उप मुख्यमंत्री रेडियो पर बताएंगे ‘ बस्तर ओलंपिक 2025’ की कहानी, जानिए पूरा कार्यक्रम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरुण साव शनिवार, 8 नवम्बर को सुबह 9 बजे, रेडियो पर बस्तर ओलंपिक-2025 से जुड़ी जानकारी साझा करेंगे। वे आकाशवाणी के प्रसिद्ध कार्यक्रम “बातों-बातों में” में हिस्सा लेंगे, जो समसामयिक विषयों पर आधारित एक विशेष श्रृंखला है। इस एपिसोड का केंद्र बिंदु रहेगा “बस्तर ओलंपिक 2025: खेल, संस्कृति और जनभागीदारी का संगम।”
राज्यभर में होगा प्रसारण
यह कार्यक्रम आकाशवाणी के एफ.एम. (101.6 MHz) और मीडियम वेव (981 kHz) दोनों पर प्रसारित होगा।छत्तीसगढ़ के सभी आकाशवाणी केंद्र इस कार्यक्रम को एक साथ रिले करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग उप मुख्यमंत्री की बात सुन सकें। कार्यक्रम का उद्देश्य है — बस्तर ओलंपिक के माध्यम से प्रदेश में खेलों के प्रति जनजागरण और युवाओं की सहभागिता बढ़ाना।
बस्तर ओलंपिक-2025: खेल और परंपरा का संगम
बस्तर ओलंपिक सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। इसमें पारंपरिक खेलों जैसे कबड्डी, फुगड़ी, भंवरा, गिल्ली-डंडा, और रस्साकशी को नई पहचान दी जा रही है।
प्रदेशभर में यह आयोजन तीन चरणों में होगा
पहला चरण: विकासखंड स्तर की प्रतियोगिताएँ (शुरू हो चुकी हैं)
दूसरा चरण: जिला स्तर पर मुकाबले
तीसरा चरण: संभाग स्तर पर फाइनल आयोजन
अब तक 3 लाख 91 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने अपना पंजीयन कराया है, जो इस आयोजन की लोकप्रियता को दर्शाता है।
अरुण साव का संदेश – “खेल को जनआंदोलन बनाएं”
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है, “बस्तर ओलंपिक न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि हर नागरिक के लिए गर्व का अवसर है। हमारा लक्ष्य है कि गांव-गांव में खेल की संस्कृति को पुनर्जीवित किया जाए।”उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे खेलों में सक्रिय भाग लें और “खेलो छत्तीसगढ़, बढ़ो छत्तीसगढ़” के नारे को साकार करें।
खेल और संस्कृति का महाकुंभ
बस्तर ओलंपिक प्रदेश की एकता, संस्कृति और खेल भावना का प्रतीक बन चुका है। यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों के युवा प्रतिभाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर देगा। रेडियो के माध्यम से इस आयोजन की जानकारी साझा कर सरकार का उद्देश्य है कि हर घर में खेल भावना की लौ जले।





