
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 128वीं कड़ी को सुना। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कैबिनेट मंत्रीगण और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री साय ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मन की बात’ अब केवल एक रेडियो कार्यक्रम नहीं, बल्कि देश की ‘सामूहिक चेतना का उत्सव’ बन चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक अभिभावक की तरह देशवासियों के सामने बातें रखते हैं और हर महीने राष्ट्र को प्रेरणादायक संदेश देते हैं।
नवाचारों और उत्कृष्ट प्रयासों को पहचान
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के कोने-कोने में हो रहे नवाचारों, जनभागीदारी और उत्कृष्ट प्रयासों को पहचान दिलाते हैं, जिससे राष्ट्र निर्माण में लगे समर्पित लोगों को सम्मान प्राप्त होता है।
उन्होंने ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री द्वारा की गई निम्नलिखित बातों को अत्यंत प्रेरणा का स्रोत बताया:
- खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी: भारत ने 357 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है, जो दस वर्ष पहले की तुलना में 100 मिलियन टन अधिक है।
- नेचर फॉर्मिंग (प्राकृतिक खेती): विभिन्न राज्यों में शहद प्रसंस्करण की उन्नत विधियाँ और शहद उत्पादन में वृद्धि।
- नौसेना सशक्तिकरण: नेवल म्यूजियम और स्वदेशी डिज़ाइन वाले युद्धपोत ‘आईएनएस माहे’ का राष्ट्र को समर्पण।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गीता: सऊदी अरब में पहली बार सार्वजनिक मंच पर गीता की प्रस्तुति और लातविया सहित कई देशों में आयोजित गीता महोत्सवों का भव्य आयोजन।
छत्तीसगढ़ में नेचर फार्मिंग की अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री के संदेशों को छत्तीसगढ़ के संदर्भ में जोड़ते हुए कहा कि राज्य में नेचर फार्मिंग (प्राकृतिक खेती) के लिए अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि यहाँ के किसान और युवा उद्यमी इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर सकते हैं।
उन्होंने खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि के लिए देश के किसानों की सराहना करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि में छत्तीसगढ़ का योगदान भी महत्वपूर्ण रहा है।
प्रधानमंत्री ने इन विषयों पर भी किया प्रकाश
मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में कई अन्य उपयोगी और प्रेरक जानकारियाँ भी साझा कीं:
- स्पेस टेक्नोलॉजी: जेन-ज़ी (Gen-Z) युवाओं द्वारा मंगल ग्रह जैसी परिस्थितियों में ड्रोन परीक्षण।
- चंद्रयान-3 की कहानी: असफल चंद्रयान-2 से सफल चंद्रयान-3 तक की प्रेरणादायी यात्रा।
- खेल और गौरव: महिला खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिलना।
- संस्कृति और विरासत: कुरुक्षेत्र में आयोजित गीता महोत्सव, महाभारत आधारित 3D लाइट एवं साउंड म्यूजियम और बनारस में आयोजित होने वाला चौथा ‘काशी तमिल संगमम’।
- रक्षा और एयरोस्पेस: हैदराबाद में विश्व की सबसे बड़ी लीप इंजन MRO (Maintenance, Repair & Overhaul) सुविधा का उद्घाटन और स्काईरूट के ‘इन्फिनिटी कैंपस’ द्वारा भारत के स्पेस इकोसिस्टम में नई उड़ान।
- वंदेमातरम् और संविधान: 26 नवंबर ‘संविधान दिवस’, वंदेमातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में होने वाले कार्यक्रम, और अयोध्या में राम मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण।
डॉ. रमन सिंह ने बताया अनुभवों का खजाना
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी ‘मन की बात’ को सुना और कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विश्व के लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं और ‘मन की बात’ के माध्यम से वे सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक आयामों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ देशवासियों तक पहुँचाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुभवों का खजाना हमें यह सीख देता है कि ‘लोकल को ग्लोबल’ कैसे बनाया जाए।





